श्रेष्ठ जीवन के लिए विष्णु
पुराण में ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनका
ध्यान रखने पर कई प्रकार के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। जो लोग इन बातों का
ध्यान नहीं रखते हैं, वे
स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का भी सामना करते हैं। यहां जानिए विष्णु पुराण में
बताए गए 4 ऐसे काम, जो
जल्दी खत्म कर लेना चाहिए।
पहला
काम है नहाना
नहाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन ज्यादा देर तक नहाने से सर्दी-जुकाम, बुखार हो सकता है। नहाने का काम जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी खत्म कर लेना चाहिए। सुबह-सुबह नहाना श्रेष्ठ माना गया है और सुबह के समय वातावरण में ठंडक होती है, इसीलिए सुबह-सुबह ज्यादा देर तक पानी में रहने से बीमारी हो सकती है।
नहाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन ज्यादा देर तक नहाने से सर्दी-जुकाम, बुखार हो सकता है। नहाने का काम जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी खत्म कर लेना चाहिए। सुबह-सुबह नहाना श्रेष्ठ माना गया है और सुबह के समय वातावरण में ठंडक होती है, इसीलिए सुबह-सुबह ज्यादा देर तक पानी में रहने से बीमारी हो सकती है।
दूसरा और तीसरा
काम है सोना और जागना
अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए जरूरी है कि रोज
पर्याप्त नींद ली जाए। सोने का समय बहुत कम या ज्यादा होने पर स्वास्थ्य बिगड़
सकता है, मोटापा बढ़ सकता है। कई लोगों
के साथ ये समस्या होती है कि उन्हें जल्दी नींद नहीं आ पाती है, करवट बदलते रहते हैं और फिर देर
रात नींद आती है। सोने में भी अधिक समय नहीं लगाना चाहिए। जल्दी नींद आ जाए, इसके लिए रोज ध्यान और योग करना
चाहिए। कुछ देर शारीरिक परिश्रम भी करना चाहिए।
जागने के लिए सुबह-सुबह ब्रह्म मुहूर्त श्रेष्ठ बताया गया
है। इस समय वातावरण साफ और पवित्र रहता है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा
होता है। रोज जल्दी जागकर ध्यान-योग करने और कुछ देर टहलने से शरीर निरोगी रहता
है। जल्दी जागने के लिए रात को जल्दी सोना जरूरी है। इसीलिए इन दोनों कामों भी
हमें अधिक समय नहीं लगाना चाहिए।
चौथा
काम है व्यायाम
व्यायाम से शरीर हष्ट-पुष्ट रहता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, मौसमी बीमारियों से सुरक्षा होती है, लेकिन व्यायाम ज्यादा देर तक नहीं करना चाहिए। अधिक समय तक व्यायाम करने से थकान हो सकती है, शरीर में दर्द हो सकता है। इसीलिए व्यायाम उतने ही समय तक करना चाहिए, जितना हमारा शरीर सहन कर सके।
व्यायाम से शरीर हष्ट-पुष्ट रहता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, मौसमी बीमारियों से सुरक्षा होती है, लेकिन व्यायाम ज्यादा देर तक नहीं करना चाहिए। अधिक समय तक व्यायाम करने से थकान हो सकती है, शरीर में दर्द हो सकता है। इसीलिए व्यायाम उतने ही समय तक करना चाहिए, जितना हमारा शरीर सहन कर सके।
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