ग्रंथों में सोने और चांदी
की मूर्तियां रखने का महत्व बताया गया है। सोने और चांदी में कई ऐसे गुण होते हैं, जिनके कारण इनसे बनी कम से कम 1 मूर्ति घर या दुकान में रखनी चाहिए। यहां जानिए क्यों
रखनी चाहिए सोने या चांदी की मूर्ति और क्या मिल सकते हैं इससे फायदें..
धर्मग्रंथों के अनुसार सोने
की सबसे श्रेष्ठ धातु माना जाता है। इसी कारण से देवी-देवताओं की मूर्तियां, आभूषण, सिंहासन
सोने के बनाए जाते हैं। सोने में कभी जंग नहीं लगती और न ही यह धातु खराब होती है।
इसकी चमक हमेशा बनी रहती है, साथ
ही सोने से बनी मूर्तियां सिर्फ पानी से अभिषेक करने पर ही शुद्ध हो जाती है।
इन्हीं सब कारणों से इसे पवित्र माना जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार-
1.सोने
से कमजोरी दूर होती है। साथ ही सोना ताकत और बीमारियों के लड़ने की शक्ति बढ़ाने
में मदद करता है।
2. सोने
की तरह ही चांदी भी एक मूल्यवान धातु है। खराब न होने के कारण चांदी को पवित्र
धातु माना जाता है। सोने की तरह ही चांदी की मूर्ति भी केवल पानी से अभिषेक करने
पर शुद्ध हो जाती है। जिस कारण से घर-दुकान में चांदी की मूर्तियां, छत्र, सिंहासन, आभूषण और बर्तन रखना शुभ होता
है।
3. चांदी
पित्त रोग दूर करती है, आंखों
की ज्योति बढ़ाती है, शारीर
को ठंडक प्रदान करती है और मानसिक शांति बढ़ाने में सहायक होती है।
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