चतुर्थी स्त्रियों के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण पर्व व अवसर होता है। पत्नियों
की ऐसी दृढ़ मान्यता है कि चंद्रमा की पूजा करने और कृपा प्राप्त करने से उनके पति
की उम्र व सुख-समृद्धि में इजाफा
होता है, लेकिन इस परंपरा
को बनाए जाने के पीछे वैज्ञानिक कारण क्या है ये बहुत कम लोग जानते हैं। दरअसल, चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होने के कारण, पृथ्वीवासियों को बड़ी गहराई से प्रभावित
करता है।
कहते हैं चंद्रमा से निकलने वाली सूक्ष्म विकिरण इंसान को शारीरिक और मानसिक
दोनों ही स्तरों पर असर डालती हैं।चौथ या महीने की अन्य चतुर्थी के दिन चंद्रमा की
कलाओं का प्रभाव विशेष असर दिखाता है। इसलिए चतुर्थी के दिन की पूजा से विशेष लाभ
होता है।चंद्रमा को जल चढ़ाते समय, चंद्रमा की किरणें पानी से परावर्तित होकर साधक को आश्चर्यजनक मनोबल प्रदान
करती हैं। ज्योतिष के अनुसार चंद्र की पूजा जरूर करना चाहिए, क्योंकि चंद्रमा को मन का कारक या देवता
होने के कारण मन को सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास से भर देता है।
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