श्री राम पूजन की सरल
विधि
सामग्री
किसी विशेष मनोकामना के पूरी होने की इच्छा से किए जाने वाले पूजन में संकल्प की जरूरत होती है। निष्काम भक्ति बिना संकल्प के भी की जा सकती है।
कंदर्प
अगणित अमित छवी नव नील नीरज सुन्दरम ।
पट पीत मानहु तड़ित रुचि शुचि नौमी जनक सुतावरम् ॥2॥
भजु
दीनबंधु दिनेश दानव दैत्य वंश निकंदनम् ।
रघुनंद आनंदकंद कौशलचंद दशरथ नन्दनम ॥3॥
सिर
मुकुट कुण्डल तिलक चारू उदारु अंग विभुषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर-धुषणं ॥4॥
इति वदति
तुलसीदास शंकर-शेष-मुनि-मन-रंजनम् ।
मम् हृदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम् ॥5॥
मनु
जाहिं राचेऊ मिलिहि सो बरु सहज सुंदर सांवरों ।
करुना निधान सुजान सिलु सनेहु जानत रावरो ॥6॥
एही
भांती गौरी असीस सुनि सिय सहित हिय हरषी अली ।
तुलसी भवानी पूजि पूनि पूनि मुदित मन मंदिर चली ॥7॥
दोहा- जानि गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे ॥
सामग्री
देव मूर्ति के स्नान के
लिए तांबे का पात्र,
तांबे का लोटा, जल का कलश, दूध,
देव मूर्ति को अर्पित
किए जाने वाले वस्त्र व आभूषण। चावल, कुमकुम,
दीपक, तेल, रुई,
धूपबत्ती, फूल, अष्टगंध। तुलसीदल,
तिल, जनेऊ। प्रसाद के लिए फल, दूध, मिठाई,
नारियल, पंचामृत, सूखे मेवे,
शक्कर, पान, दक्षिणा में से जो भी हो।
सकंल्पकिसी विशेष मनोकामना के पूरी होने की इच्छा से किए जाने वाले पूजन में संकल्प की जरूरत होती है। निष्काम भक्ति बिना संकल्प के भी की जा सकती है।
पूजन शुरू करने से पहले
सकंल्प ले। संकल्प करने से पहले हाथों मेे जल, फूल व चावल लें। सकंल्प में जिस दिन पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें। अब हाथों में लिए गए जल
को जमीन पर छोड़ दें।
संकल्प का उदाहरण
जैसे 28/3/2015 को श्री राम का पूजन किया जाना है। तो इस
प्रकार संकल्प लें। मैं ( अपना नाम बोलें) विक्रम संवत् 2072 को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को
कृतिका नक्षत्र में,
मंगलवार को, भारत देश के मध्यप्रदेश राज्य के उज्जैन शहर
में महाकालेश्वर तीर्थ में इस मनोकामना से (मनोकामना बोलें) श्री राम का पूजन कर
रही/ रहा हूं।
श्री राम पूजन की सरल विधि
सर्वप्रथम गणेश पूजन
करें। गणेश जी को स्नान कराएं। वस्त्र अर्पित करें। गंध, पुष्प अक्षत से पूजन करें।
अब भगवान राम का पूजन करें। भगवान राम को स्नान कराएं। स्नान पहले जल से फिर पंचामृत से और वापिस जल से स्नान कराएं। वस्त्र अर्पित करें। वस्त्रों के बाद आभूषण पहनाएं। अब पुष्पमाला पहनाएं। अब तिलक करें। ‘‘श्री रामाय नमः’’ कहते हुए भगवान राम को अष्टगंध का तिलक लगाएं। अब धूप व दीप अर्पित करें। फूल अर्पित करें। श्रद्धानुसार घी या तेल का दीपक लगाएं। आरती करें। आरती के पश्चात् परिक्रमा करें। अब नेवैद्य अर्पित करें। फल, मिठाई अर्पित करें। पूजन के समय ‘‘ऊँ रामाय नमः’’ मंत्र का जप करते रहें।
अब भगवान राम का पूजन करें। भगवान राम को स्नान कराएं। स्नान पहले जल से फिर पंचामृत से और वापिस जल से स्नान कराएं। वस्त्र अर्पित करें। वस्त्रों के बाद आभूषण पहनाएं। अब पुष्पमाला पहनाएं। अब तिलक करें। ‘‘श्री रामाय नमः’’ कहते हुए भगवान राम को अष्टगंध का तिलक लगाएं। अब धूप व दीप अर्पित करें। फूल अर्पित करें। श्रद्धानुसार घी या तेल का दीपक लगाएं। आरती करें। आरती के पश्चात् परिक्रमा करें। अब नेवैद्य अर्पित करें। फल, मिठाई अर्पित करें। पूजन के समय ‘‘ऊँ रामाय नमः’’ मंत्र का जप करते रहें।
पट पीत मानहु तड़ित रुचि शुचि नौमी जनक सुतावरम् ॥2॥
रघुनंद आनंदकंद कौशलचंद दशरथ नन्दनम ॥3॥
आजानु भुज शर चाप धर संग्राम जित खर-धुषणं ॥4॥
मम् हृदय कुंज निवास कुरु कामादी खल दल गंजनम् ॥5॥
करुना निधान सुजान सिलु सनेहु जानत रावरो ॥6॥
तुलसी भवानी पूजि पूनि पूनि मुदित मन मंदिर चली ॥7॥
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे ॥
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