धर्म ग्रंथों में श्रावण (सावन) मास का विशेष महत्व बताया गया है। श्रावण का अर्थ है सुनना। इसलिए यह भी कहा जाता है इस महीने में सत्संग, प्रवचन व धर्मोपदेश सुनने से विशेष फल मिलता है। यह महीना भगवान शंकर की भक्ति के लिए विशेष माना जाता है। इस महीने में शिव उपासना से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। इस बार 20 जुलाई, बुधवार से सावन का महीना शुरू हो रहा है, जो 18 अगस्त को समाप्त होगा।
इसलिए खास है ये महीना
सावन का महीना और भी कई कारणों से विशेष है क्योंकि इस दौरान भक्ति, आराधना तथा प्रकृति के कई रंग देखने को मिलते हैं। सावन में ही कई प्रमुख त्योहार जैसे- हरियाली अमावस्या, नागपंचमी तथा रक्षा बंधन आदि आते हैं, जो हमें प्रकृति, जीवों व रिश्तों का महत्व बताते हैं। सावन में प्रकृति का सौंदर्य अपने चरम सीमा पर पर होता है।
इसलिए यह भी कहा जाता कि यह महीना प्रकृति को समझने व उसके निकट जाने का है। सावन की रिमझिम बारिश और प्राकृतिक वातावरण बरबस में मन में उल्लास व उमंग भर देती है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस मास की पूर्णिमा पर श्रवण नक्षत्र का योग बनता है। इसलिए श्रवण नक्षत्र के नाम से इस माह का नाम श्रावण हुआ। यह महीना चातुर्मास के चार महीनों में बहुत शुभ माना जाता है।
No comments:
Post a Comment