Tuesday, July 25, 2017

ठाकुर जी की पूजा के समय ध्यान रखें ये नियम, नहीं होगी घर में कभी कोई कमी

भगवान विष्णु ने वैसे तो कई अवतार लिए हैं, लेकिन इनमें से सबसे अधिक लोकप्रिय अवतार है श्री कृष्ण। माना जाता है कि ठाकुरजी की सेवा यदि मन लगाकर की जाए तो घर में कभी धन-धान्य व सुख समृद्धि की कमी नहीं होती आइए जानते हैं ठाकुरजी की पूजा के लिए कौन सी चीजें जरूरी मानी गई हैं। काैन से हैं वो खास नियम जिन्हें उनकी पूजा के दौरान कभी नहीं भूलना चाहिए।

आचमन
आचमन, यानि पूजा से पूर्व हाथों को जल धोने की क्रिया, में उपयोग किए जाने वाले जल को आचमनीय कहा जाता है। यह शुद्ध जल और सुगंधित फूलों का मिश्रण होता है।

आसन
कृष्ण पूजा में सबसे जरूरी होता है आसन, जिस पर भगवान कृष्ण की स्थापना की जाती है। इसका रंग तेज और चमकीला, जैसे लाल, पीला, नारंगी, हो तो बेहतर रहेगा।

पाघ
जिस बर्तन में भगवान कृष्ण के पांव धोए जाते हैं उसे पाघ कहा जाता है। पूजा करने से पहले पाघ में स्वच्छ जल और फूलों की पंखुड़ियां डालें और उससे भगवान कृष्ण के चरणों को धोएं।
पंचामृत
दूध, दही, घी, शहद और चीनी के मिश्रण से पंचामृत बनाकर उसे किसी शुद्ध बर्तन में भरें और फिर उस पंचामृत से भगवान कृष्ण को भोग लगाएं। याद रहे कृष्ण बिना तुलसी के भोग ग्रहण नहीं करते हैं।

पंचोपचार
पूजा में उपयोग होने वाली दूर्वा घास, कुमकुम, चावल, अबीर, सुगंधित फूल और शुद्ध जल को पंचोपचार या अनुलेपन नाम दिया गया है। श्रीकृष्ण पूजन में इन सभी का होना आवश्यक होता है।

भोग
अगर घर में श्रीकृष्ण की पूजा रखवाई गई है तो पूजा के दौरान श्रीकृष्ण को जो भोग लगाया जाता है उसमें ताजे फल, मिठाइयां, लड्डू, मिश्री, खीर, तुलसी के पत्ते और फल शामिल होते हैं।

सुगंधित धूप व दीप
सुगंधित धूप भगवान कृष्ण को बहुत प्रिय होती है, उनकी पूजा में धूप अवश्य जलाएं।चांदी, तांबे, मिट्टी या फिर अन्य किसी धातु से बने दीए में गाय का शुद्ध देसी घी डालकर श्रीकृष्ण की मूर्ति के सामने प्रज्वलित करना चाहिए।

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