Thursday, July 20, 2017

गायत्री मंत्र जप से होंगे ये 5 बड़े लाभ

सबसे जल्दी शुभ फल देने वाले मंत्रों में से एक है गायत्री मंत्र। इस मंत्र का सही तरीके से जप किया जाए तो धर्म लाभ के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। यह मंत्र सुबह या शाम को सूर्यास्त से पहले करना चाहिए। जानिए गायत्री मंत्र जप से मिलने वाले लाभ को...

गायत्री मंत्र:- ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
सकारात्मकता बढ़ती है

गायत्री का नियमित जप करने से उत्साह व सकारात्मकता बढ़ती है। तेज बढ़ता है यानि त्वचा में चमक आती है। परमार्थ में रूचि बढ़ती है। पूर्वाभास होने लगता है। आर्शीवाद देने की शक्ति बढ़ती है। नेत्रों में तेज आता है। स्वप्न सिद्धि होती है। गुस्सा शांत होता है। ज्ञान की वृद्धि होती है।

रोग से मिलेगी मुक्ति
यदि किसी रोग से परेशान है और रोग से मुक्ति जल्दी चाहते हैं तो किसी भी शुभ मुहूर्त में एक कांसे के पात्र में जल भरकर रख लें एवं उसके सामने लाल आसन पर बैठकर गायत्री मंत्र के साथ ऐं ह्रीं क्लीं का संपुट लगाकर गायत्री मंत्र का जप करें। जप के बाद जल से भरे पात्र का सेवन करने से गंभीर से गंभीर रोग का नाश होता है। यही जल किसी अन्य रोगी को पीने देने से उसके भी रोग का नाश होता हैं।

विद्या मिलेगी
गायत्री मंत्र का जप सभी के लिए उपयोगी है लेकिन विद्यार्थियों के लिए तो यह मंत्र बहुत लाभदायक है। रोजाना इस मंत्र का एक सौ आठ बार जप करने से विद्यार्थी को सभी प्रकार की विद्या प्राप्त करने में आसानी होती है। विद्यार्थियों को पढ़ने में मन नहीं लगना, याद किया हुआ भूल जाना, जल्दी से याद न होना आदि समस्याओं से निजात मिल जाती है।

संतान पाने के लिए
किसी दंपत्ति को संतान पाने में कठिनाई आ रही हो या संतान से दुखी हो व संतान रोगग्रस्त हो तो सुबह पति-पत्नी एक साथ सफेद वस्त्र धारण कर यौं बीज मंत्र का सम्पुट लगाकर गायत्री मंत्र का जप करें। संतान संबंधी किसी भी समस्या से शीघ्र मुक्ति मिलती है।
गरीबी दूर होती है

यदि किसी व्यक्ति के व्यापार, नौकरी में हानि हो रही है या कार्य में सफलता नहीं मिलती, आमदनी कम है व व्यय अधिक है तो उन्हें गायत्री मंत्र का जप काफी फायदा पहुंचाता है। शुक्रवार को पीले वस्त्र पहनकर हाथी पर विराजमान गायत्री माता का ध्यान कर गायत्री मंत्र के आगे और पीछे श्रीं सम्पुट लगाकर जप करने से गरीबी का नाश होता है। इसके साथ ही रविवार को व्रत किया जाए तो ज्यादा लाभ होता है।

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