हनुमानजी को कलियुग में सबसे
जल्दी प्रसन्न होने वाला देवता माना गया है। हनुमान चालीसा की कुछ चौपाईयां ऐसी
हैं जिनका जप यदि नियमिल रूप से 108 बार
किया जाए तो जीवन से हर तरह की परेशानियां दूर हो सकती हैं साथ ही मनोकामनाएं भी
पूरी हो जाती हैं। आइए जानते हैं 5 ऐसी
ही चौपाईयों को …
विद्यावान गुनी अति चातुर।
रामकाज करिबे को आतुर।।
यदि किसी व्यक्ति को विद्या और
धन चाहिए तो इन पंक्तियों के जप से हनुमान जी का आशीर्वाद मिल जाता है। रोजाना 108 बार जप करने से व्यक्ति का
पैसों से जुड़ा दुख दूर हो जाता है।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्रजी के काज संवारे।।
जीवन में ऐसा कई बार होता है कि
तमाम कोशिशों के बावजूद कामों में रुकावट आती हैं। यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा हो रहा
है तो यहां बताई चौपाई का108 बार
जप करें, लाभ होगा।
भूत-पिशाच निकट नहीं आवे।
महावीर जब नाम सुनावे।।
इस चौपाई का निरंतर जप उस
व्यक्ति को करना चाहिए जिसे किसी का डर सताता हो। इस चौपाइ को रोजाना 108 बार बोलने से हर तरह के डर से
मुक्ति मिलती है।
नासै रोग हरै सब पीरा। जपत
निरंतर हनुमत बीरा।।
यदि कोई व्यक्ति बीमारियों से
घिरा रहता है, अनेक इलाज कराने के बाद भी वह
ठीक नही हो पा रहा, तो
उसे इस चौपाई का जप करना चाहिए। इस चौपाइ का जप निरंतर सुबह-शाम 108 बार करना चाहिए।
अष्ट-सिद्धि
नवनिधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।
यह चौपाइ व्यक्ति को समस्याओं से लड़ने की शक्ति देती है। यदि किसी को भी जीवन में शक्तियों को पाना हो तो रोज, ब्रह्म मुहूर्त में आधा घंटा इन पंक्तियों का जप करे, लाभ मिलेगा।
यह चौपाइ व्यक्ति को समस्याओं से लड़ने की शक्ति देती है। यदि किसी को भी जीवन में शक्तियों को पाना हो तो रोज, ब्रह्म मुहूर्त में आधा घंटा इन पंक्तियों का जप करे, लाभ मिलेगा।
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