कहते हैं कोई भी शुभ काम करने के पहले हमें भगवान का
आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए और साथ ही काम की शुरुआत शुभ मुहूर्त देख कर ही कि जानी
चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के ग्रंथ मुहूर्त चिंतामणि के अनुसार दिन में अलग-अलग
चौघड़िए और नक्षत्र व लग्न हाेते हैं। इनमें शुभ फल देने वाले और अशुभ फल देने
वाले दोनों ही शामिल हैं।
जानकारों के अनुसार अशुभ
चौघड़िए में शुरू किए गए काम बड़ी समस्याओं के साथ पूरे होते हैं या अधूरे ही रह
जाते हैं। जबकि शुभ मुहूर्त (चौघडिय़ा) या नक्षत्र व लग्न में शुरू किए गए काम
बिना किसी विघ्न या बाधा के पूरे हो जाते हैं और इसका शुभ फल भी मिलता है। शुभ
मुहूर्त में शुरू किए गए काम हमें अच्छे फल प्रदान करते हैं साथ ही इसका हमारे
परिवार और सभी संबंधित व्यक्तियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए किसी भी नए
काम से पहले पंडित से मुहूर्त जरूर निकलवाना चाहिए।
शुभ समय में ग्रह स्थिति कुछ इस प्रकार रहती है जो कि हमारे
मांगलिक काम को पूरा करने में सहयोग प्रदान करती है। इसके अलावा इन मूहूर्त में
शुरू किए गए कामों को दैवीय शक्तियों की कृपा भी मिलती है। इसी वजह से शुभ काम को
शुभ मुहूर्त में किया जाता है। ताकि हमारा काम बिना किसी बाधा के पूरा हो और
जीवनभर इसका शुभ फल हमें मिल सके।
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