शिव
मंदिर हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र माना जाता है। दुनियाभर में मौजूद सभी
हिंदू पूरी आस्था और विश्वास से भगवान शिव की पूजा करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि
किसी शिव मंदिर में मुस्लिम भी नमाज अदा करते हैं। भारत में एक शिव मंदिर ऐसा भी
है, जहां पर हिंदू भगवान शिव का जल से अभिषेक करते है, वहीं मुस्लिम भी अपनी नमाज अदा
करते हैं।
http://religion.bhaskar.com/news/JM-TID-jharkhandi-mahadev-gorakhpur-in-hindi-news-hindi-5446001-PHO.html
उत्तरप्रदेश
के गोरखपुर जिले से कुछ दूरी पर सरया तिवारी एक गांव है। इस गांव में भगवान शिव का
प्राचीन मंदिर है, इसका नाम झारखंडी महादेव है। यह मंदिर बहुत ही खास और अनोखा
है।
क्यों पढ़ी जाती है इस शिव मंदिर में नमाज
इसके
पीछे की कहानी महमूद गजनवी से जुड़ी है। कहानी के अनुसार, इस शिवलिंग की महिमा और
प्रसिद्ध सुनने पर मेहमूद गजनवी ने इसे तोड़ने की बहुत कोशिश की। अपनी पूरी ताकत
लगाने पर भी वह इसे तोड़ नहीं पाया। शिवलिंग को न तोड़ पाने पर उसने इस पर कुरान
का एक कलमा लिखवा दिया, ताकि इस शिवलिंग की प्रसिद्ध कम हो जाए और हिंदू इसकी पूजा
करना बंद कर दे।
मेहमूद
के कलमा लिखवाने के बाद इस शिवलिंग की प्रसिद्धि कई गुना बढ़ गई और यह शिव मंदिर
हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिमों की भी आस्था का केन्द्र बन गया।
बिना छत का है ये शिव मंदिर
इस
शिव मंदिर में कई बार छत बनवाने की कोशिश की गई, लेकिन कोई भी इस काम को करने
में सफल न हो सका। इसी वजह से इस मंदिर में शिवलिंग खुले आसमान के नीचे ही स्थापित
है।
प्राकृतिक माना जाता है यहां का शिवलिंग
इस
शिव मंदिर को लेकर एक और मान्यता प्रचलित है। मान्यता के अनुसार, इस शिव मंदिर में स्थापित
शिवलिंग को किसी भी मनुष्य ने स्थापित नहीं किया बल्कि वह अपने आप प्रकट हुआ था।
स्वयं प्रकट होने की वजह से यह शिवलिंग बहुत ही खास और चमत्कारी माना जाता है।http://religion.bhaskar.com/news/JM-TID-jharkhandi-mahadev-gorakhpur-in-hindi-news-hindi-5446001-PHO.html
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