पर्वों
और दान-पुण्य का सबसे बड़ा महीना कार्तिक मास 17 अक्टूबर, सोमवार से शुरू हो चुका है, जो 14 नवंबर, सोमवार को समाप्त होगा। हिंदू
धर्म के इस पवित्र महीने में मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान चलेंगे। श्रद्धालु
तुलसी-शालिगराम पूजन करेंगे और देव आराधना के साथ धन-संपत्ति, व्यापार-कारोबार में वृद्धि के
लिए पूजा-अर्चना कर कामना करेंगे। इस महीने में 16 दिन पर्व रहेंगे।
कार्तिक में महिलाओं के पर्व ज्यादा
19 अक्टूबर, बुधवार से प्रमुख पर्वों की शुरुआत करवा चौथ से हो रही है।
सुहागिन महिलाओं के लिए यह सबसे बढ़ा पर्व है। इसके बाद स्कंद षष्ठी, रमा एकादशी, गोवत्स द्वादशी व्रत के साथ
सौंदर्य का पर्व रूप चौदस, सुहाग पड़वा, आंवला नवमी जैसे पर्व भी
महिलाओं से जुड़े हैं।
जानिए क्यों खास है कार्तिक महीना
1.हिंदू पंचांग के 12 मास में कार्तिक भगवान विष्णु
का मास है। इसमें नक्षत्र-ग्रह योग, तिथि पर्व का क्रम धन, यश-ऐश्वर्य, लाभ, उत्तम स्वास्थ्य देता है।
2. कार्तिक मास हिंदू शास्त्र गणना के आधार पर वर्ष आरंभ का
समय माना जाता है।
3. इसी मास में शिव पुत्र ने तारकासुर राक्षस का वध किया था, इसलिए इसका नाम कार्तिक पड़ा, जो विजय देने वाला है।
3. इसी मास में शिव पुत्र ने तारकासुर राक्षस का वध किया था, इसलिए इसका नाम कार्तिक पड़ा, जो विजय देने वाला है।
जानिए किस दिन कौन सा पर्व
19 अक्टूबर- करवा चौथ
22 अक्टूबर- अहोई अष्टमी
26 अक्टूबर- रमा एकादशी व्रत, गोवत्स द्वादशी
28 अक्टूबर- धनतेरस
29 अक्टूबर- रूप चौदस
30 अक्टूबर- दीपावली
31 अक्टूबर- गोवर्धन पूजा, अन्नकूट
1 नवंबर- भाई दूज
3 नवंबर- विनायक चतुर्थी व्रत
4 नवंबर- पांडव पंचमी
6 नवंबर- सूर्य षष्ठी
8 नवंबर- गोपाष्टमी
9 नवंबर- आंवला नवमी
10 नवंबर- देवउठनी ग्यारस
13 नवंबर- वैकुंठ चतुर्दशी
14 नवंबर- कार्तिक पूर्णिमा
22 अक्टूबर- अहोई अष्टमी
26 अक्टूबर- रमा एकादशी व्रत, गोवत्स द्वादशी
28 अक्टूबर- धनतेरस
29 अक्टूबर- रूप चौदस
30 अक्टूबर- दीपावली
31 अक्टूबर- गोवर्धन पूजा, अन्नकूट
1 नवंबर- भाई दूज
3 नवंबर- विनायक चतुर्थी व्रत
4 नवंबर- पांडव पंचमी
6 नवंबर- सूर्य षष्ठी
8 नवंबर- गोपाष्टमी
9 नवंबर- आंवला नवमी
10 नवंबर- देवउठनी ग्यारस
13 नवंबर- वैकुंठ चतुर्दशी
14 नवंबर- कार्तिक पूर्णिमा
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