कहते हैं अच्छी
नींद लेना अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है, फिर चाहे वो पुरूष हो या महिला, लेकिन आजकल की भागदौड भरी जिंदगी में अच्छी नींद के मायने भी बदल गए हैं, क्योंकि आजकल
अधिकतर लोग सुबह देर से उठते हैं। साथ ही, रात को देरी से सोते हैं। यह हमारी परंपरा नहीं है। हमारे देश में पुराने समय
से ही सुबह जल्दी उठने की परंपरा है।
ऋषि मुनि और
विद्वानों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठने का विशेष महत्व होता है। रात के
अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। उनके अनुसार यह समय नींद से उठने के लिए
सबसे बेहतर है।ऐसा माना जाता है जल्दी उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।जल्दी उठने पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों लाभ प्राप्त होते हैं। सुबह-सुबह का वातावरण हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है। दिन में वाहनों से निकलने वाला धुआं वातावरण को प्रदूषित कर देता है। जबकि सुबह यह वायु प्रदूषण भी नहीं होता और न ही ध्वनि प्रदूषण। यह हमारे शरीर और मन दोनों को फायदा पहुंचाने वाला है।
आयुर्वेद के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में अद्भूत शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि इस समय बहने वाली वायु अमृत के समान माना गया है। इसके अलावा यह समय पढ़ाई के लिए भी सबसे अच्छा कहा गया है क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर व दिमाग में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है। सभी धार्मिक कार्य ब्रह्म मुहूर्त में करने पर विशेष धर्म लाभ प्राप्त होता है। 24 घंटे का एक दिन और इस एक दिन में हम कई काम करते हैं।
पूरे दिन के काम के बाद रात तक सभी थकान महसूस करते हैं। इस थकान का हमारे स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही समय पर सोना और सही पर उठना बहुत जरूरी है। नींद से भी अधिक स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इसके विपरित सुबह लेट उठने से कब्ज की समस्या होती है। साथ ही, तन व मन में स्फूर्ति नहीं रहती है और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। मन व दिमाग एकाग्र नहीं रहता है। चेहरा पर ताजगी नहीं रहती है। इसलिए सुबह लेट नहीं उठना चाहिए।
http://religion.bhaskar.com/news/JM-JMJ-GYVG-why-should-not-sleep-until-late-morning-5227899-NOR.html