मंदिर का वातावरण भी मन को लुभाने वाला
होता है, वहां जाने से मन को शांति मिलती है।
इन्हीं कारणों से लोग मंदिर जाने की इच्छा रखते हैं लेकिन अधिकांश समय अभाव या
अन्य किसी कारण से मंदिर नहीं जा पाते। यदि कोई व्यक्ति रोजाना भगवान के दर्शन
करने नहीं जा पाता है तो ऐसे में जहां भी किसी मंदिर का शिखर दिखाई दे वहां से
भगवान को याद करके शिखर दर्शन कर लेना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार मंदिर के शिखर
दर्शन को भी भगवान के दर्शन के बराबर ही पुण्य देने वाला बताया गया है। मंदिर के
का शिखर भी उतना ही महत्व है जितना भगवान की प्रतिमा या मूर्ति का होता है। धर्म
ग्रथों में कहा गया है कि शिखर दर्शनम् पाप नाशम्। अर्थात शिखर के दर्शन करने से
भी हमारे सभी पापों का नाश हो जाता है। इसलिए यदि आपके पास मंदिर जाने का वक्त
नहीं है तो आप शिखर के दर्शन कर भी यदि अपने इष्ट को याद करें तो आपको मानसिक
शांति मिलती है।http://religion.bhaskar.com/news/JM-JMJ-SAS-what-is-the-importance-of-temple-peak-5258899-NOR.html