प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों और विद्वानों द्वारा रसोईघर में चरण पादुकाएं
यानी जूते-चप्पल नहीं पहनने की बात कही गई है। दरअसल, इसकी वजह यह है कि रसोईघर में जूते-चप्पल के साथ गंदगी भी आती है जो कि परिवार
के सदस्यों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होती है।
इस वजह से घर में जूते-चप्पल पहनना उचित नहीं है।साथ ही, इसके पीछे धार्मिक कारण ये है कि रसोईघर में जो खाना बनता है उसका नैवैद्य भगवान को लगता है। कहते हैं रसोईघर में अन्नपूर्णा देवी भी निवास करती हैं। ऐसे में यदि हम जूते-चप्पल पहनकर किचन में काम करते हैं तो भगवान का भी अपमान होता है।
इस वजह से घर में जूते-चप्पल पहनना उचित नहीं है।साथ ही, इसके पीछे धार्मिक कारण ये है कि रसोईघर में जो खाना बनता है उसका नैवैद्य भगवान को लगता है। कहते हैं रसोईघर में अन्नपूर्णा देवी भी निवास करती हैं। ऐसे में यदि हम जूते-चप्पल पहनकर किचन में काम करते हैं तो भगवान का भी अपमान होता है।
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