गरुड़ पुराण में 6 ऐसे कारण बताए गए हैं, जिनकी वजह से हम
बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए तो ज्यादा से
ज्यादा समय स्वस्थ रह सकते हैं। जानें, गरुड़ पुराण में
कहे गए बीमारियों के 6 कारण-
श्लोक-
अत्यम्बुपानं कठिनाशनं च, धातुक्षयो
वेगविधापणं च।दिवाशयो जागरणं च रात्रौ, षड्भिर्नराणा प्रभवन्ति रोगाः।।
1. जरूरत से ज्यादा पानी पीना
वैसे को पानी पीना शरीर के लिए अच्छा माना जाता है। पर्याप्त पानी पीने से पेट संबंधी कई बीमारियों से बचा जा सकता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी आपको फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जो मनुष्य शरीर की आवश्यकता से ज्यादा पानी पीता है, उसे कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, अपने शरीर की जरूरत को समझें और उतना ही पानी पीएं, जितना आवश्यक हो।
2. दबाव बनने पर भी नित्यक्रियाएं रोकना
नित्यक्रियाएं बीमारियों को खुद से दूर रखने का एक आसान तरीका है। जो मनुष्य रोज अपने दिन की शुरुआत में ही नित्यकर्मों का पालन करता है, वह ज्यादा स्वस्थ रहता है। जो दबाव बनने पर भी नित्यक्रिया को रोकता है, उसके बीमारियों से घिरने की आशंका बनी रहती है। इसलिए, कभी भी ऐसा न करें।
3. दिन में सोना
दिन में सोना बीमारियों का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। दिन में सोने वाला आलसी प्रवृत्ति का माना जाता है। दिन में सोना लोग आराम पाने का एक जरिया मानते हैं, लेकिन यह आदत आपके आराम नहीं बल्कि कई बीमारियां देती है। इसलिए, ध्यान रखें कि ये आदत आपको ना लगे और अगर ये आदत आप में हैं तो फिर तुरंत छोड़ दें।
4. लगातार भारी भोजन करना
खाने में सभी विटामिन और प्रोटीन होना अनिर्वाय कहा गया है, लेकिन इसमें भी सावधानी रखना बहुत ही जरूरी है। लगातार भारी भोजन करना शरीर के लिए बहुत ज्यादा नुकसान दायक हो सकता है। स्वस्थ्य रहने के लिए सुबह नाश्ता करना चाहिए और फिर विटामिन और प्रोटीन से भरा लंच करना चाहिए। रात को भारी या मसालेदार खाने से बचें। ऐसा करने से आप ज्यादा से ज्यादा समय सेहतमंद रहेंगे।
5. रात में जागना
कई लोगों को रात में देर तक जागने की आदत होती है। जिस तरह दिन में सोना बीमारियों का घर है, उसी तरह रात में जागना भी बहुत घातक होता है। हर काम के लिए एक निश्चित समय होता है और उस काम को निश्चित समय पर ही करना चाहिए। रात में देर तक जागने से आप कई तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।
6. धातु (इम्युनिटी पावर) खत्म हो जाना
शरीर में बीमारियों से लड़ने की ताकत को इम्युनिटी पावर कहते हैं। जिस मनुष्य की इम्युनिटी पावर जितनी कमजोर होती है, वह उतना ही ज्यादा बीमार रहता है। किसी की भी इम्युनिटी पावर उसकी दिनचर्या और आदतों पर निर्भर करती है। जो मनुष्य नियमित समय पर उठता है, थोड़ा समय व्यायाम आदि करता है। सही समय पर खाना खाता और सोता है, उसकी इम्युनिटी पावर बहुत अच्छी होती है और वह कई बीमारियों से बचा रहता है। इसलिए, कोशिश करें की आप भी एक सही दिनचर्या का पालन करें और अपनी इम्युनिटी पावर को बनाए रखें।
http://religion.bhaskar.com/news/JM-JKR-DGRA-lesson-from-garud-puran-in-hindi-news-hindi-5352282-PHO.html
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